HighLights
- जाको राखे साईंया मार सके न कोय
- खाना खाकर हाथ धुलने के लिए जैसे ही उठा अक्षत तभी मेडिकल कालेज की बिल्डिंग से टकराया वायुयान
- गंभीर रूप से घायल भीखापुर निवासी मेडिकल छात्र की हालत खतरे से बाहर
संवादसूत्र, जागरण, अयोध्या : जाको राखे साईंया मार सके न कोय...। ईश्वरीय कृपा को बयां करती यह पंक्ति शहर के देवकाली भीखापुर निवासी अक्षत जायसवाल पर सटीक बैठती है। अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद हवाई जहाज जब बीजे मेडिकल कालेज से टकराया उस समय अक्षत अपने साथियों के साथ मेस में खाना खा रहा था।
अक्षत जायसवाल मेज से उठ कर हाथ धुलने के लिए गया, तभी तेज धमाके के साथ वायुयान दीवार से टकरा गया। हादसे में अक्षत के साथ खाना खा रहे अन्य दो छात्रों की मौत हो गई। अक्षत को गंभीर चोट आई। घायल छात्र के स्वजन इसे ईश्वर की साक्षात कृपा ही मान रहे हैं।
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अक्षत के पैर का गुरुवार को ही सफल आपरेशन हो चुका है और वह खतरे से बाहर है। अहमदाबाद हवाई दुर्घटना में अयोध्या के छात्र के घायल होने की सूचना मिलते ही शुक्रवार सुबह पुलिस भी अक्षत के आवास पर पहुंची। रानोपाली चौकी प्रभारी बृजभूषण पाठक ने घर जाकर अक्षत का कुशलक्षेम जाना। घर पर उन्हें अक्षत का चचेरा भाई उत्कर्ष और अन्य स्वजन मिले।
उन्होंने बताया कि अक्षत खतरे से बाहर है। उसका आपरेशन हुआ है। अक्षत का हाल जानने के लिए आसपास के लोगों सहित रिश्तेदार व करीबी लोग छात्र के घर पहुंचे। अक्षत के पिता राजेश जायसवाल अपनी पत्नी के साथ अहमदाबाद में हैं। अक्षत के पिता व्यापारी और सामाजिक व्यक्ति हैं।
उन्होंने बताया कि अक्षत एमबीबीएस प्रथम वर्ष का छात्र है। भयावह दृश्य को याद कर कालेज के बच्चे सिहर उठते हैं। दीवार का गिरना, काले धुएं का भीषण गुबार, चारों ओर मची चीख-पुकार की याद कर मन भयभीत हो जाता है।
मृतकों के प्रति संवेदना से भरे राजेश अपने पुत्र अक्षत सहित सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल में सभी घायलों को अच्छा उपचार मिल रहा है। राजेश जायसवाल के पारिवारिक सदस्य एवं उनके मित्र राजेश जायसवाल पप्पू ने बताया कि सुबह ही दूरभाष पर वार्ता कर अक्षत का कुशलक्षेम जाना। उन्होंने बताया कि रामनगरी अक्षत के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रही है।
